Eye Flu Causes, Symptoms, Effective And Treatment – आई फ्लू के कारण, लक्षण, प्रभावी और उपचार
Eye Flu (आई फ्लू ) को ‘रेड आई’ के नामों से जाना जाता हैं। आँखे हमारी शरीर का सबसे अधिक आकर्षण हिस्सा और सबसे खास अंग भी है। हमारे शरीर में इनका महत्व तभी तक है जब तक आपकी आँखों की दृष्टि सही सलामत है, आई फ्लू जिसे ‘कन्ज़ियूंक्टिवाइटिस’ भी कहा जाता है। एक आम आंख के संक्रमण है, जो वायरस के कारण होता है। यह आंखों के सफेद हिस्से को प्रभावित करता है, और जिससे लालिमा, खुजली, आंखों में जलन और अन्य समस्याएँ हो सकती हैं। क्योंकि बैक्टीरिया और वायरस आसानी से हमारी आँखों पर आक्रमण कर सकते हैं, जिससे विभिन्न नेत्र रोग हो सकते हैं।आँखों का देखभाल करना उतना ही जरुरी है जितना की शरीर के अन्य भागो का ध्यान रखना पड़ता है।
What Is Eye Flu -आई फ्लू क्या है ?
Eye Flu (आई फ्लू ) को विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे अधिकांश जगहों पर इसे ‘रेड आई’ या ‘पिंक आई’कहते हैं। वहीं कुछ जगहों पर लोग इस बीमारी को कंजंक्टिवाइटिस या ‘आंख आना’ के नाम से जानते हैं। यह ठंड मौसम या बरसात के मौसम में ज्यादातर होता है | यह एक फैलने वाली बीमारी है, जो किसी भी व्यक्ति को हो सकता है, और किसी को हो जाये तो, उसके आस-पास रहने वाले लोगो में भी फैलने लगता है। आँखों में इन्फेक्शन होने पर आँख पहले गहरे पीले रंग के दिखता है, फिर कुछ समय बाद आँखे लाल रंग बदल मे जाता है।
How Is The I Eye Flu Virus? -आई फ्लू वायरस कैसे फैलता है?
Eye Flu (आई फ्लू ) को ‘रेड आई’ के नामों से जाना जाता हैं। कई लोगों कहना है, कि संक्रमित व्यक्ति की आंखों में देखने से भी आई फ्लू फैल सकता है. आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, आई फ्लू देखने से नहीं बल्कि संक्रमित व्यक्ति की आंख से निकलने वाले डिस्चार्ज के संपर्क में आने से या उनकी पर्सनल चीजों को छूने और इस्तेमाल करने से फैलता है। आँखों में इन्फेक्शन होने पर आँख पहले गहरे पीले रंग के दिखता है फिर कुछ समय बाद आँखे लाल रंग बदल मे जाता है।
Types Of Eye Flu? – आई फ्लू के प्रकार ?
आँखों का फ्लू विभिन्न प्रकारों में हो सकता है, जिन्हें हम निम्नलिखित रूपों में बाँट सकते हैं:
- आवामी आई फ्लू (Acute Conjunctivitis)
यह प्रकार आँख के सफेद हिस्से को प्रभावित करता है, और आपकी आँखों की सतह पर लालिमा, खुजली, आंखों में जलन और पानी आने के लक्षण पैदा कर सकता है। - विशेषग्य आई फ्लू(Vernal Conjunctivitis)
यह प्रकार मुख्य रूप से बच्चों और युवाओं में होता है, और इसके कारण आपकी आँखों में खुजली, सूजन, और आंखों में जलन हो सकती है। - सूखी आई फ्लू (Dry Eye Conjunctivitis)
इस प्रकार में आपकी आँखों की सतह खुद-ब-खुद सूखने लगती है, जिससे आपकी आँखों में खासतर पूरे दिन उजाले में तकलीफ हो सकती है।
Types Of Viruses And Their Effects-वायरस के प्रकार और उनके प्रभाव
Eye Flu (आई फ्लू ) के कारणों में कई प्रकार के वायरस शामिल होते हैं। इनमें से प्रमुख हैं – इन्फ्लुएंजा ए वायरस, इन्फ्लुएंजा बी वायरस, और इन्फ्लुएंजा सी वायरस। ये वायरस हमारे शरीर के विभिन्न हिस्सों में प्रवेश करते हैं और अपनी विशेषता के कारण विभिन्न प्रकार के लक्षणों का कारण बनते हैं। आई फ्लू का प्रमुख कारण वायरल इन्फेक्शन होता है। वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर यह संक्रमण फैलता है। आमतौर पर, यह तुरंत हो ही जाता है और व्यक्ति को गर्मी, ठंडी और बुखार के लक्षणों के साथ प्रभावित करता है।
Effect Of I Eye Flu Season And Basis Of Infection-आई फ्लू मौसम का असर और संक्रमण के आधार
मौसम के बदलते हुए रंगों के साथ ही आई फ्लू का मौसम भी आता है, और यह हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है। मौसम के बदलने के साथ ही आई फ्लू का मौसम भी हमारे जीवन में आता है। इस मौसम में बच्चे स्कूल और कॉलेज जाने में असमर्थ हो जाते हैं, और कामकाज भी प्रभावित होता है। बच्चों का खास ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली अधिक कमजोर होती है।यह मौसम सबके दिल को छूने वाली बात है, क्योंकि यह हमें उन पलों की याद दिलाता है जब हम अपने प्रियजनों के साथ ठंडी हवाओं का आनंद लेते थे। लेकिन इस मौसम में आने वाले संक्रमण ने हमें सतर्क रहने का आवश्यकता दिखाया है। आई फ्लू का संक्रमण वायरस से होता है जिसे इन्फ्लुएंजा वायरस कहा जाता है। यह वायरस एक संक्रमित व्यक्ति के साथ नाक-मुंह से होने वाली छींक से फैलता है। इसके बाद, यह वायरस अन्य व्यक्तियों तक फैलता है, जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है।
Symptoms Of Eye Flu- आई फ्लू के लक्षण
Eye Flu (आई फ्लू ) जिन्हें ‘इन्फ्लुएंजा’ भी कहा जाता है, एक ऐसी सामान्य बीमारी है जो मौसम के बदलाव के साथ आने वाली होती है। जीवन की यात्रा में, हम सभी कभी न कभी बीमार होते हैं। और जब यह बीमारी आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, तो यह आपके दिल को भी छू लेती है। ऐसी ही एक बीमारी है आई फ्लू, जिसके लक्षण हमारे शरीर में उत्पन्न होते हैं।
Early Symptoms And Their Identification – शुरुआती लक्षण और उनकी पहचान
- आंखें लाल होना
- पलकों में सूजन
- आंखों से चिपचिपा कीचड़ निकलना
- आंखों में खुजली या किरकिरापन महसूस होना
- आंखों से सफेद या पीले रंग का डिस्चार्ज होना
- आंखों में दर्द होना
- सोकर उठने पर आंखों का चिपकना
Common Symptoms And Their Effects – सामान्य लक्षण और उनका असर
- आंखें लाल होना
- पलकों में सूजन
- आंखों से चिपचिपा कीचड़ निकलना
- आंखों में खुजली या किरकिरापन महसूस होना
- आंखों से सफेद या पीले रंग का डिस्चार्ज होना
- आंखों में दर्द होना
- सोकर उठने पर आंखों का चिपकना
How Does Eye Flu Virus Spread?-आई फ्लू वायरस कैसे फैलता है?
Eye Flu (आई फ्लू )वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में काफी तेजी से फैलता है। यह वायरस छींक और खांसी के माध्यम से वायरस युक्त बूद्धिक सूक्ष्मकणों के सहारे हवा में फैल सकता है। तो उन्हें आई फ्लू के संक्रमित होने का खतरा होता है। इसके फैलने का सबसे मुख्य कारण है आंखों से निकालने वाला डिस्चार्ज. आई फ्लू होने पर तेज खुजली होने लगती है और लोग बार-बार आंखों को छूते हैं जिससे चिपचिपे डिस्चार्ज का अंश उनके हाथों में चिपक जाता है आपके हाथों के संपर्क में आने पर, यह वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है, और अगर आप अपने हाथों को अपने नाक, मुख या आँखों को छूते हैं, तो आपको संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
Recognizing The Symptoms of Eye Flu-आई फ्लू के लक्षणों की पहचान
- सिरदर्द और शरीर में दर्द के लक्षण
- नाक से पानी गिरने और खांसी के लक्षण
- बुखार आने पर ध्यान देने योग्य लक्षण
Eye Flu Prevention – आई फ्लू से बचाव
इंफेक्टिव कंजंक्टिविटीज़ होने की संभावना को दूर या कम किया जा सकता है, अगर आप नीचे दिए गए बिंदुओं पर ध्यान दें-
- आँखों को छूना या रगड़ना नहीं है।
- हाथों को नियमित रूप से साबुन और गर्म पानी से धोएं या हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
- हमेशा सोने से पहले कॉन्टैक्ट लेंस हटा दें।
- चश्मा साफ रखें।
- अलग-अलग लोगों के साथ अपना सामान जैसे तौलिया, तकिया, मेकअप, कॉन्टैक्ट लेंस आदि साझा ना करें।
- स्विमिंग पूल में चश्मे का उपयोग करें और संक्रमण होने पर तैराकी ना करें।
- उस पानी में तैरने से बचें जिसमें रेग्यूलर क्लोरिनेशन हो।
- आँखों को दिन में 2 से 3 बार ताजे पानी से साफ करें।
- पहले से ही इस्तेमाल किये गए तौलिये या रूमाल के इस्तेमाल से बचें।
How To Treat Household Flu-घर पर आई फ्लू का इलाज कैसे करें
अगर आप Eye Flu (आई फ्लू ) से संक्रमित हो गए हैं तो घबराएं नहीं बल्कि कुछ आसान से घरेलू उपचार अपनाकर आप इससे जल्दी राहत पा सकते हैं. आई फ्लू होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि अधिकांश मामले 2-3 दिनों में ही ठीक हो जाते हैं. बस आपको साफ-सफाई और कुछ बातों का ध्यान रखना है. आइए जानते हैं :
ठंडे और साफ पानी से आंख धुलें: आई फ्लू होने पर आंखों में बहुत तेज जलन या खुजली होने लगती है. ऐसे में अगर आप साफ ठंडे पानी से आंखों पर छीटें मारें तो जलन और खुजली कम होती है और आंखों को राहत मिल जाता है.
गर्म सिकाई: एक मुलायम और साफ कपड़ा लें और इसे गुनगुने पानी में पट्टी को भिगोकर आंखों के ऊपर कुछ देर तक रखें रहें. इससे आंखों की सूजन तेजी से कम हो हो जाएगा|
बर्फ से सिकाई: अगर आंखों की सूजन ज्यादा बढ़ गई है तो एक साफ टिश्यू पेपर में आइस क्यूब (बर्फ) को लपेट लें और इसे बंद आंखों के ऊपर कुछ देर तक रखें. ऐसा करने से सूजन के साथ-साथ खुजली और जलन भी कम होती है.
निष्कर्ष
Eye Flu (आई फ्लू ) से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है स्वयं की देखभाल करना। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और साफ-सफाई का पालन करके आप इस बीमारी से बच सकते हैं।
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